तेरे
लिए भी सूरज उगे
तेरे
लिए भी चंदा खिले
तेरे
लिए भी हवा चले
तेरे
लिए भी बरखा गिरे
ना अधिक
ना ही औरों से
कम
अधिकार
तेरा है विश्व पर
यूँ
ही नहीं होगा वह
प्राप्त
हो तत्पर तू संघर्ष तो
कर
तब तक तेरा यह
युद्ध चला
जब तक तू जग
छोड़ा नहीं
निर्णय अभी
भी है बाकी
लढ चल तू अभी
हारा नहीं !!
लेखक: महाराणा गणेश
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