Tuesday, February 11, 2020

पड़ोसी

आग लगी थी, चारों और धुआँ धुआँ था
कहाँ जाता, इधर खाई तो उधर कुआँ था
लूटाके सब हसा मैं बैठ अंगारों पर
राख पर बैठ पड़ोसी जो रो रहा था

Thursday, February 6, 2020

सुनने में आया है

देश मे माहौल खराब है, सुनने में आया है
चोर को लूटेरों से लगाव है, सुनने में आया है
जात धरम की बातें हो रही है ठंडे चुल्हों पर
आने वाली कोई चुनाव है, सुनने में आया है

किसे सुनाऊं हाल दिल का

किसे सुनाऊं हाल दिल का, सब के हैं ग़म अपने अपने अपनी तरह से सभी यहाँ झेले सितम अपने अपने माने सभी खुद ही के दर्द को प्यारा दुनिया मे पाले है...