वह सुबह भी है वह शाम भी;
वह दिन भी है वह रात भी;
पर कुछ अधूरा सा है आज तो!
मन बावरा सा है आज तो!
मैं ढूंढ रहा हूँ क्या?
मैं ढूंढ रहा हूँ किसे?
कुछ मिलेगा मुझे आज तो!
या कोई ढूंढेगा मुझे आज तो!
मैं वहां हूँ जहाँ होना था?
या मैं वहां था जहाँ होना था?
मैं खुद को भूल गया हूँ आज तो!
मैं खुद को खोज रहा हूँ आज तो!
मन मचल रहा है बहुत?
या मन शिथिल हुआ है बहुत?
ये सूनापन चुभ रहा है आज तो!
धैर्य दीपक बुझ रहा है आज तो!
वह सुबह भी है वह शाम भी;
वह दिन भी है वह रात भी;
पर कुछ अधूरा सा है आज तो!
मैं ढूंढ रहा हूँ किसे?
कुछ मिलेगा मुझे आज तो!
या कोई ढूंढेगा मुझे आज तो!
मैं वहां हूँ जहाँ होना था?
या मैं वहां था जहाँ होना था?
मैं खुद को भूल गया हूँ आज तो!
मैं खुद को खोज रहा हूँ आज तो!
मन मचल रहा है बहुत?
या मन शिथिल हुआ है बहुत?
ये सूनापन चुभ रहा है आज तो!
धैर्य दीपक बुझ रहा है आज तो!
वह सुबह भी है वह शाम भी;
वह दिन भी है वह रात भी;
पर कुछ अधूरा सा है आज तो!
मन बावरा सा है आज तो!
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Woh subah bhi hai woh sham bhi
Woh din bhi hai woh raat bhi
Par kuch adhoora sa hai aaj to
Man bawra sa hai aaj to
Woh din bhi hai woh raat bhi
Par kuch adhoora sa hai aaj to
Man bawra sa hai aaj to
Main dhoondh raha hun kya?
Main dhoondh raha hun kise?
Kuch milega mujhe aaj to
Ya koi dhoondhega mujhe aaj to
Main wahan hun jahan hona tha?
Ya main wahan tha jahan hona tha?
Main khud ko bhool gaya hun aaj to
Main khud ko khoj raha hun aaj to
Man machal raha hai bohut?
Ya man shithil hua hai bohut?
Yeh suna pan chubh raha hai aaj to
Dhairya deepak bujh raha hai aaj to
Woh subah bhi hai woh sham bhi
Woh din bhi hai woh raat bhi
Par kuch adhoora sa hai aaj to
Man bawra sa hai aaj to
Woh din bhi hai woh raat bhi
Par kuch adhoora sa hai aaj to
Man bawra sa hai aaj to
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