कहीं किसी कोने में दिल के
एक आस सी दबी हुई है
एक हसरत पूरी हुई तो
एक ख्वाहिश जगी हुई है
ख्वाब हकीक़त बनने को है पर
ज़ंजीर ज़रा सी तनी हुई है
एक हसरत पूरी हुई तो
एक ख्वाहिश जगी हुई है
मुश्किल महज़ हवा सी है
जहाँ जाओ वहाँ रहती है
उफान में हो तो हर नदी
किनारे डुबो के बहती है
चोट कभी कभी होती है अच्छी
दर्द जीने का एहसास दिलाता है
ठेस लगने का नफा भी है
दिल संभलना सीख जाता है
यह रात तो लम्बी थी थोड़ी
पर सुबह ने दस्तक दी हुई है
एक हसरत पूरी हुई तो
एक ख्वाहिश जगी हुई है
कहीं किसी कोने में दिल के
एक आस सी दबी हुई है
एक हसरत पूरी हुई तो
एक ख्वाहिश जगी हुई है
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